सिख कौम और गुरमीत राम रहीम सिंह
सिख कौम के जाने माने वकील एच एस फुल्का जो सुप्रीम कोर्ट के सीनियर हैं की ज़ुबानी
पंजाब में गुरुग्रंथ साहिब का निरादर करने में प्रकाश सिंह बादल और गुरमीत राम रहीम सिंह का हाथ
राम रहीम के प्रभाव वाले इलाके में सिख कौम के प्रचारक हरजिंदर सिंह मांझी के समागम के बाद कोटकपूरा इलाके में जहाँ लोग राम रहीम के प्रभाव को नकारते हुए उसके दिए हुए लॉकेट गले से उतारकर गुरुग्रंथ साहिब की शरण में आने लगे राम रहीम को खबर लगी उसने हरजिंदर सिंह मांझी भाई पंथप्रीत सिंह और रंजीत सिंह ढाढरिया वाले
दूसरे प्रचारकों को ही गुरु ग्रंथ साहिब के बैअदबी के झूठे इल्जाम मैं फसा प्रचारकों पर हि धब्बा थोप देना था पहले तो प्रचारक हरजिंदर सिंह मांझी को मारने की कोशिश की पर जब कामयाब न हुआ तो प्रकाश सिंह बादल के साथ गुरु ग्रंथ साहिब की बैअदबी का रास्ता अख्तियार किया जब बैअदबी का मोर्चे से 2 लड़के रूपिंदर सिंह और जसविंदर सिंह गिरफ्तार कर लिए और तदशत किया जब सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील H S phulka बाघा पुराने गांव मैं पहुंचे तो तो एक राजनीतिक पार्टी का सदस्य बोलता है जो नही होना चाहिए था वो कर दिया मतलब सिख प्रचारकों पर ही दोष मढ देना था
जब फुल्का जो फरीदकोट कचहरी पहुंचे तो बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और सेक्रेटरी को भी बुला लिया और बच्चों के पिता जी भी आ गए रूपिंदर सिंह की रीड की हड्डियों मैं मार मार कर बुरा हाल कर रखा था और कोई पैरवी नही करता तो गुरु ग्रंथ साहिब की बै अदबी का इल्जाम इन दो नौजवानों पर लगा देते और मुजरिम साबित कर देते ऐसा हाल बादलो के राज मैं सीखी कर दिया था पंजाब मैं
सिखी के सब से बड़े दुश्मन बादलों की सरपरस्ती मैं जीने वाले हर नेता से उसके इलाके के लोगो को पूछना चाहिए जवाब मांगना चाहिए
सिख कौम को ऐसे प्रचारक और वजीर चाहिए जिनकी वाणी को सुन लोग राम रहीम के लाकेट उतार फैंकने लगे थे राम रहीम ने सिर्फ हरजिंदर सिंहमांझी ही नही वजीर सिंह दादूवाल बलवंत सिंह नंदगढ़ के खिलाफ भी साजिश रची थी
सो सिख कौम को इन प्रचारकों के साथ देना चाहिए चार्ज शीट मैं 11 मुजरिम बनाए गए जिसमे राम रहीम भी गुनहगार है बड़े खुलासों से साफ हो गया की बादल परिवार सिख कौम का दुश्मन ही नही अपराधी भी है उसके गुनाह माफी लायक नही